शाहगढ़ —जनपद के निकट पाण्डेय बाजार स्थित श्री सनातन धर्म संस्कृत कालेज पाण्डेय बाजार आजमगढ़ मैं किया गया जिस के मुख्य अतिथि के रूप में आये हिंदी के महान साहित्यकार एवं पूर्व प्राचार्य डॉ वेद प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि कर्मकांड एवं ज्योतिष का सूर्यास्त होने से बचाने का कार्य यदि किसी ने किया है तो वह संस्कृत सेवा संस्थान लखनऊ है‌।
उन्होंने बताया कि पौरोहित्य प्रशिक्षण की जिम्मेदारी कर्मकांड विशेषज्ञ शुभम उपाध्याय को संस्थान ने दिया है जिसका पूर्ण रूप से सक्षम शुभम् उपाध्याय निर्वहन करेंगे इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में आए संस्कृत के प्रखर विद्वान श्री सहदेव पांडेय जी ने बताया की ज्योतिषं वेदानां चंक्षु़ः जिसका हिंदी में अनुवाद करते हुए कहां की ज्योतिष वेदों की आंख मानी जाती है जैसे किसी चित्रकार यदि पूरी तस्वीर बना ले जब तक उसमें आंख का निर्माण नहीं करेगा तब तक उस चित्र को पहचाना नहीं जा सकता।
इसलिए ज्योतिष का ज्ञान अति आवश्यक है संस्थान द्वारा चयनित परमानन्द उपाध्याय उस ग्राम से उस परिवार से हैं जिस परिवार का मजदूर भी कभी संस्कृत बोला करता था। जिसमें केंद्राध्यक्ष आनंद कुमार उपाध्याय, विशाल उपाध्याय, ज्योतिष प्रशिक्षक परमानन्द उपाध्याय, पुरोहित्य प्रशिक्षक शुभम् उपाध्याय सहायक अध्यापक विन्ध्यवासिनी सहाय पाठक, अमूल प्रसाद मरासिनी, आनंद शुक्ला माधव पांडे अवनीश पांडेय उमाशंकर कृपामणि एवं विवेक आदि मौजूद रहे।