ईएमटी दिवस
मातृत्व एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाने के लिए किया सराहनीय कार्य– सीएमएस
आजमगढ़–एंबुलेस में ही सुरक्षित प्रसव कराना और जच्चा व बच्चा सुरक्षित चिकित्सालय पहुंचाना। यह एक कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) की पहचान है। मुझे इस बात की खुशी है यहां के ज्यादातर ईएमटी पायलट इसी श्रेणी के हैं। जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधिक्षिका डॉ मंजुला सिंह शनिवार को ईएमटी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। एम्बुलेंस 108 और 102 के कर्मचारियों की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जिला महिला चिकित्सालय मैनेजर नील रतन पांडेय एवं सेवा प्रदाता कंपनी के रीजनल मैनेजर सुमित प्रताप सिंह भी मौजूद रहे। इस मौके पर एंबुलेंस कर्मियों को सम्मानित भी किया गया।
सीएमएस डॉ मंजुला सिंह ने 108 एवं 102 के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन को इनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी और आगे भविष्य में अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एंबुलेस कर्मियों की मेहनत से मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी आई है।
सभी एंबुलेंस टेक्नीशियन व स्टाफ को सम्मान पत्र भेंट कर उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई व प्रोत्साहित किया गया। जिले में डायल 108 की 51 एंबुलेंस और डायल 102 में 52 एंबुलेंस कुल 103 एंबुलेंस, और पांच जिला प्रभारी तथा एक प्रोग्राम मैनेजर हैं। साथ ही 180 इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन और 180 पायलट 10 इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन हेल्पडेस्क कुल 370 इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन और पायलट मौजूद हैं। अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक 108 एंबुलेंस के द्वारा 39781 मरीजों को सेवा दी गई है। 102 एंबुलेंस की ओर से 61425 मरीजों को सेवा दी गई है। यह जानकारी कार्यक्रम प्रबंधक जिला प्रभारी अजय राय ने दी।
जिले के लगभग 40 ईएमटी को कंपनी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिला प्रोग्राम मैनेजर वीरेंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम प्रबंधक जिला प्रभारी अजय राय,जिला प्रभारी वरुण यादव, अजय दीवान, मजहर हुसैन और वीरेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे और सम्मानित किए गये। होनहार इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन अंकुर वर्मा, श्याम बिहारी, अमर बहादुर, सुमन यादव, सुनीता राय, सुरेंद्र कुमार, हरीश यादव अनिल यादव महेश कुमार रवि कुमार और दीपक कुमार आदि भी उपस्थित रहे।
मरीजों को देते हैं प्री केयर सेवा प्रदाता कंपनी के प्रोग्राम मैनेजर वीरेंद्र विक्रम सिंह ने बताया की सभी 108 & 102 एंबुलेंस में चालक के साथ मरीज के देखभाल के लिए मेडिकल टेक्नीशियन भी होते हैं| जोकि मरीज को चिकित्सकीय सुविधा देने की प्रशिक्षण प्राप्त होते हैं| एंबुलेंस द्वारा मरीज को घर से अस्पताल लाते समय रास्ते में ही जरूरी चिकित्सकीय सुविधाएं जैसे ऑक्सीजन, ब्लड प्रेशर कंट्रोल व ज्यादा जरूरत होने पर सेंटर में तैनात डॉक्टरों द्वारा वीडियो कॉल के माध्यम से मरीज की स्थिति बताकर उसकी सलाह के अनुसार सेवा प्रदान करते हैं।उन्होने कहा की अस्पताल पहुंचने से पहले ही, मरीज का प्री-केयर कर दिया जाता है। जिससे की अस्पताल पहुंचने पर तत्काल आगे का इलाज शुरू हो सके और समय के साथ मरीज की जान बचाई जा सके। कई बार मेडिकल टेक्नीशियन द्वारा एंबुलेंस के अंदर प्रसूता की सुरक्षित डिलीवरी भी कराई जाती है।